मोदी, नीतीश और लालू, कमाल है, क्‍या कॉकटेल है पार्टी में



मोदी- मित्र आप बेवजह ही हैरान परेशान हो गए, मुझसे एक बार बात कर ली होती तो मुख्‍यमंत्री पद से इस्‍तीफा न देना पड़ता। 
नीतीश- सही कह रहे हैं आप, मांझी ने बहुत रुलाया। 
लालू- अरे का रुलाया, मजे से आप सरकारी बंगले में लेटे रहते थे, अब देखो दू-दू बंगला भकोस लिये हैं। मुख्‍यमंत्री वाला और पूर्व मुख्‍यमंत्री वाला।  
नीतीश- हां, तो दोनों ही तो हैं न हम। देखिए मोदी जी समझा लीजिए लालूजी को। मजा ले रहे हैं। 
मोदी- अरे जाने दीजिए, न चुनाव के, न वोट के, लालू कुछ नहीं बिना सपोर्ट के।  
लालू- सुन रहा हूं मैं, रो जाएंगे आप, आने दो चुनाव, बताएंगे कौन है बाप। 
ऐ फोटुआ खींच लिया रे, अब देखो का, का लिखेंगे ई पत्रकार लोग। 

Comments

Popular posts from this blog

jeene ki wajah to koi nahi, marne ka bahana dhoondta hai

क्यों हमें दूसरों से प्यार की कमी लगती है?

dakar rally