सपने तो अपने होते है

कहते है खूबसूरती कि अपनी कीमत होती है
इस रेस में भी शायद यही कुछ हुआ
बारिश में चल रही इस मोटो जीपी कि रेस में विन्नेर कोई न हो सका
सारे ड्राईवर एक्सीडेंट के शिकार हो गए ...


रेत कि जमीन पे उलट के चल के दिखा
खिसकती जमीन को जरा हाथों से पकड़ के दिखा
हैं दुनिया में ऐसे तमाम जो तेरे इस कदम पे हंसते होंगे
पर जिस दिन मिला एक तेरे जैसा, हंसने वाले तेरी सफलता पे रोते होंगे...


दीवारों से मिलके रोना अच्छा लगता है
हम भी पागल हो जायेंगे
ऐसा लगता है
वो पल जो सिर्फ़ मेरा है
वो पल जो हर पल मेरे पास है
उस पल के लिए पूरी जिंदगी बहा दूँ
कि लहरों पे उड़ने का वो पल एक बार मिल जाए मुझे
कि उड़ जाऊं मैं...कि बह जाऊं मैं
दिल में एक लहर सी उठी है अभी
कि आसमान पे चढ़ जाऊं मैं...




Comments

rajiv said…
jhjite raho beta

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