different strokes

तुम्हारे इन डरते हाथों की पकड़ से मेरे चप्पू थम से गए हैं
नांव कि सैर से तुम घबराते हो, पता नहीं था
कभी ऐसा करते किसी बडे को देखा है
नहीं न, देखेंगे भी नहीं
हमारे लिए तो ये pipeline फट गयी है, शिकायत करो
जल्दी ठीक कराओ, सड़क ख़राब हो जाएगी,
कितना पानी बर्बाद हो रहा है, क्या होगा इस देश का,
क्यों सच कहा न!!!

वो तो कमजोर था उसने कर लिया
मैं तो मजबूत हूँ मैं तो कर ही लूँगा
पर मुझे क्या पता था
जिसे मैं उसकी कमजोरी मानता था
वो उसकी काबिलियत निकली
क्या अंतर है दोनों में?
क्या कहा!!! एक इंसान है, दूसरा जानवर
अच्चा अब बताओ!!! इंसान कौन है?


उसे बर्तन का भी ख्याल है और बच्चे का भी, वो माँ है
और दूसरी तरफ हमें नौकरी से ही फुर्सत नहीं, तभी तो हम बाप है


Comments

भावपूर्ण चित्र....
ankahi said…
AASMA KE PAAR SHAYAD... AUR KOI AASMA HOGA...

Behad pursukun dene wali baatein hain sari posts mein..khas baat hai ki sabhi kah rahe hain ki jiyo mere lal...khul ke jiyo...hamein bhi add kar lein apni blog list mein

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