मेरा ख्याल है की शायद ये जेट, जमीन के लिए कुछ यूँ गा रहा है जी करदा भैई जी करदा तैनू ओढ़ बिथावान जी करदा एक वारी हो एक वारी तू सीने नाल लग सोनिये ओ बल्ले बल्ले तू हाथ मेरा पकड़ सोनिये ऐसे न मुझे तुम देखो सीने से लगा लूँगा तुमको मैं चुरा लूँगा तुमसे दिल में बसा लूँगा हवा में उड़ने के लिए कितना बड़ा बनाना पड़ा मुझे और वो कहते है की घर संभालना कौन सी बड़ी बात है गर समंदर में गिरने से पहले इतने जहाज आसानी से जमीन पे उतर सकते है तो तुझे जिंदगी में और कितनी जगह चाहिए खुश रहने के लिए सुना था एक परिंदा जहाज की जान ले सकता है पर ये जहाज आखिर गिर क्यों नही रहा ये फोटोग्राफर की आर्ट है जरा सोचें उन लम्हों को जिनमे आप दोषी नही थे पर दिख रहे थे क्यों