अमां एफबीआई, स्कॉटलैंड यार्ड फेल भइया

पिछले दिनों अपने एक दोस्त से मिलने गुरुनानक मार्केट गया. दोपहर का समय था, दोस्त था नहीं, पता चला कि किसी काम से अमीनाबाद गया है. उसके छोटे भाई ने कहा भईया रुक जाइए आते ही होंगे. यहां तीन चार लोग बैठकर चाय पी रहे थे. मेरे लिए भी एक चाय का ऑर्डर कर दिया गया. बातों का दौर शुरू हुआ।
पहला- आजकल जिस चैनल को लगाओ, गुम्मा लिए तालिबान के पीछे पड़ा है. दे भनी भन ईंट-पत्थर फेंके दे रहा है, कि मानो सीधे अफगानिस्तान में ही गिर रहे होंगे।
दूसरा- कोई तालिबान का ट्रेनिंग प्रोग्राम दिखा रहा है तो कोई तालिबान की क्लास।
तीसरा- अबे, कुछ तो ऐसे हैं, जो सीधे ओसामा की गुफा दिखा रहे हैं. साले, इंटनेट से धुंधली फोटो दिखाते हैं, कहते हैं पहाड़ी है, एक निशान दिखाते हैं कहते हैं यहीं है ओसामा. अमां एफबीआई, स्कॉटलैंड यार्ड फेल. कसम से जार्ज बुश इनकी खबर देख ले तो एंकर को चूम ले और कहे मेरी जान, तुम्हारे नाम पाकिस्तान।
और दुकान में सभी हंसने लगे।
दूसरा- गुरु एक से एक खबर लाते हैं, अभी कल ही देख रहा था कि डर्टी बम गिरेगा ओसामा की गुफा में. ये साला डर्टी बम आखिर क्या बला है।
पहला- लेटेस्ट सुनो. ओसामा के हरम में पहुंच गए भाई लोग. बीवियां गिन रहे हैं. बताते हैं बीवी खोलेगी राज।
तीसरा- मैं तो कह रहा हूं, दो महीने के अंदर तालिबान इन मीडिया हाउस के सामने हथियार डाल देगा. कहेगा, मालिक दया करो. इतना अत्याचार तो हमने नहीं किसी पर किया, जितना तुम लोग हम पर कर रहे हो. बहुत बड़ी बात नहीं कि कुछ दिनों में कोई चैनल ओसामा बिन लादेन का इंटरव्यू लेता नजर आए।
तीसरा- लेकिन एक बात तो है लफ्फाजी चाहे कितनी करें लेकिन यह भी सही है कि पूरे देश में सिर्फ मीडिया ही है, जिसे मुंबई हमले याद हैं, बाकी सब भूल चुके हैं.

Comments

rajiv said…
क्या बात है गुरू. मुझे लगता है लादेन किसी दिन किसी दिन रजत शर्मा की आपकी आदलत में बैठा मिलेगा और अदालत के जज होंगे नरेंद्र मोदी. वैसे लादेनवा मीडिया वालों के लिए बड़े काम की चीज है. जब कोई खबर न हो तेा चला दो लादेन को. कुछ भी दिखाओ बुरा नहीं मानता. ना ही कोई कंट्राडिक्शन भेजता है. सुना है लादेन ने अब रामदेव के योगा शिविर में ज्वाइन किया है. बाबा उसे गुफा में कपाल भती और मुल्ला उमर को अनुलोम विलोम सिखा रहे हैं
Feels good! Shows the media, visual and orint both, are on the right track. Getting discussed at all is a huge success.
क्या खूब कही है जनाब लेकिन हम करें भी तो क्या?
हमारी भी जमात की मजबूरी है...रोजी रोटी के लिए दुनिया की गाली सुननी पड़ती हैं। अब ओसामा को न दिखाएं तो कौन देखेगा उनका चैनल मोदी को दिखा दिया तो वो तो जय श्री राम बोलकर धावा बोल देंगे... ओसामा आने से रहा। सेल को दिखाओ जो दिखाना है...

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