कोई उसी तकलीफ का कायल दिखता है


किसी की नजर में ज्वालामुखी की राख से ढकी ये कार है
तो कोई कुदरत की इस श्वेत-श्याम रंगोली का कायल है
जिंदगी भी तो नजरिए का खेल है बस
तुम्हें जो तकलीफदेह लगता है, 
कोई उसी तकलीफ का कायल दिखता है।

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