चकल्लस- स्पीक ‘इंडिया’ सनसनी


रोडी- भाई को नमस्कार, कैसे हैं. काफी दिन हुए मुलाकात हुई.

बिंदास- हां, भई रोडी. कैसे हो. आओ बैठो. और सुनाओ.

रोडी- क्या सुनाएं आजकल तो गुरू स्पीक एशिया करोड़पति बनवा रहा है.

बिंदास- हां, सुना तो है. पैसा ही पैसा दे रहा है.

रोडी- लेकिन पिछले दिनों स्टारटीवी वालों ने जो शुरू किया, उससे लोगों का कांफिडेंस थोड़ा डगमगा सा गया है. अपने भी 22000 लगे हैं. डर लगता है कहीं डूब गए तो.

बिंदास- अच्छा मान लो डूब गए तो क्या करोगे.

रोडी- कुछ नहीं, फिर वही घिसी-पिटी जिंदगी शुरू हो जाएगी और क्या.

बिंदास- तब काहे परेशान होते हो यार.

रोडी- परेशानी ये है कि यार भागे न तो पैसा खूब कमा लेंगे.

बिंदास- देखो भाई तुम इतने दिन से जुड़े थे, तुम्हें जो कमाई हो रही थी वह सही थी कि नहीं.

रोडी- सही थी, बिलकुल सही थी.

बिंदास- तो अब पत्रकारों की कमिश्नरी में काहे फंस के चिंता लिए हो. अबे स्टार न्यूज वाले भी तो एक सर्वे कंपनी चला रहे हैं. कहते हैं हम पैसा नहीं लेते. अबे ठीक है तुम पैसा नहीं लेते, पर एक ऐसा आदमी भी तो पेश कर दो, जिसे तुमने पैसा दिया हो. साले ये स्पीकएशिया वाले तो हमारे मोहल्ले में दो दर्जन निकल आएंगे. बेरोजगारों को रोजगार दे दिया है भाई. चारों तरफ जिसे देखो स्पीक एशियन हो गया है. अब ये स्टार वाले काबिल कहते हैं कि सर्वे झूठे हैं. ऐसे बता रहे हैं जैसे किसी को पता ही नहीं. अबे सभी को पता है कि सर्वे झूठे हैं, ज्यादातर लोग सवालों का पूरा उत्तर ही नहीं देते और पूरा पैसा कमाते हैं. ये सब लोगों का ही पैसा है, जो लोगों को मिल रहा है. शेयरमार्केट समझते हो, उसी का दूसरा रूप है.

रोडी- लेकिन भाई इसकी एक लिमिट तो होगी, जब लोग जुडऩे बंद हो जाएंगे तब क्या होगा.

बिंदास- अबे कब लोग जुडऩे बंद हो जाएंगे. तुमने 22000 रुपए लगाया है अगले साल अपना एकाउंटर रिन्युअल करवाओगे कि नहीं, तो जाहिर सी बात है कंपनी को 20 हजार रुपए दोगे. बताओ, उसकी कमाई कहीं फंसी. दूसरी बात पता है अब ये रिटेल मार्केट में भी आ रहे हैं, तुम्हारा पैसा वहां डायवर्सिफाई कर रहे हैं. कमाई का दूसरा जरिया निकला. तुमको वही चीज ये मार्केट से 30 प्रतिशत तक छूट में उपलब्ध कराएंगे. खरीदोगे कि नहीं.

रोडी- हां, बिलकुल खरीदेंगे. ये होम शॉप 18 वाले भी ये ही कर रहे हैं, खूब कमा रहे हैं भाई.

बिंदास- वही तो है. दूसरी बात मान लो ये स्पीकएशिया वाले भाग जाएंगे. तो ठीक है हमारा पैसा डूब गया. भाड़ में जाएं. अबे लेकिन तब तक तो कमा लो. बिना रिस्क के 200 प्रतिशत की कमाई कहां होती है. ये जुआं नहीं तो और क्या है. मर्जी आए खेलो, नहीं तो चुपाए मार बैठो. लोग कहते हैं राजनीति से अपराधी हटाओ, लेकिन ये देखा है कभी ये अपराधी अपने क्षेत्र में कितना काम करते हैं. एक फोन पर सड़क बन जाती है, लाइट कभी जाती नहीं. अबे पब्लिक को ये ही तो चाहिए. इसीलिए इन्हें जिताती है. पब्लिक को इससे मतलब थोड़े ही है, तुम करते क्या हो. इसी तरह से स्पीकएशिया कहीं से भी दे, बस हमें पैसा देती रहे. जब तक ये पैसे देगी, ये चाहे कितनी बड़ी चोर हो, हमारे लिए तो मसीहा ही रहेगी. जिस दिन भागेगी, उस दिन से गाली देने लगेंगे.

रोडी- सही कहा गुरू, भाई तुमसे बात कर लेते हैं, सारी प्रॉब्लम खत्म हो जाती है. मन हलका हो जाता है.

बिंदास- ज्ञान न पेलो, चुपचाप चाय का ऑर्डर दे दो. आज मसाला भी तुम ही खिलाओगे.

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