आरक्षण फिल्म देखी, मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई ऐसी बात है, जो इसे कुछ राज्यों में बैन कर दिया गया... फिल्म में एक जगह मुख्य अभिनेता अमिताभ अपनी पत्नी के सवाल का उत्तर कुछ इस तरह देते हैं... पत्नी- अगर तुम सचमुच पिछड़ों को उठाना चाहते हो तो उनको बेहतर से बेहतर प्राथमिक शिक्षा दो, अलग से स्कूल खुलवा दो, बड़े से बड़े हॉस्टल्स दो, स्कॉलरशिप्स दो. जितनी सुविधाएं देनी हैं दो और उनको कॉम्पटीशन के लिए तैयार करो. ये आरक्षण का कानून क्यों बनाते हो? अमिताभ- जो तुम कह रही हो, वो तो होना ही चाहिए. और यही हम ठीक से कर नहीं पाए पिछले 60 वर्षों से. इसीलिए आरक्षण और भी जरूरी हो गया. देश की वो आबादी, जो केवल अपने जन्म के कारण पिछड़ी हो, उसके लिए मौके की कम से कम एक खिड़की तो खोलनी पड़ेगी. मुझे लगता है कि ये एक जवाब काफी है.